देवी अहिल्याबाई होल्कर एक महान शासक थी 1925-1975 और मालवा छेत्र की महारानी थी। लोग उन्हें राज माता कहते है
जन्म: 1725 में चोंडी महाराष्ट्र में हुआ था।
पिता: मानकोजी शिंदे धनगर समाज के थे, जो की गांव के पाटिल थे।
अहिल्या माता को उनके पिता जी ने पढ़ाया लिखाया था। अहिल्याबाई का जीवन साधारण था।
लेकिन भाग्य ने उन्हें 18वीं सदी में मालवा महारानी बना दिया।
राजमाता अहिल्यादेवी होल्कर का दुनिया के लिए सन्देश
ईश्वर ने मुझ पर जो उत्तरदायित्व रखा है,उसे मुझे निभाना है,मेरा काम प्रजा को सुखी रखना है,मैं अपने प्रत्येक काम के लिये जिम्मेदार हूँ
सामर्थ्य और सत्ता के बल पर मैं यहाँ- जो कुछ भी कर रही हूँउसका ईश्वर के यहाँ मुझे जवाब देना होगा
मेरा यहाँ कुछ भी नहीं हैं, जिसका है उसी के पास भेजती हूँ
जो कुछ लेती हूँ, वह मेरे उपर कर्जा है,न जाने कैसे चुका पाऊँगी|
अहिल्या बाई होल्कर
